दक्षिण भारत के लाभ और हानि क्या हैं?
दक्षिण भारत के लाभों में उच्च शिक्षा, सूखे से कम प्रभावित कृषि, तापमान का संतुलित रहना और सांस्कृतिक विरासत शामिल है। हालांकि, इस क्षेत्र की आर्थिक विकास ने नैसर्गिक संसाधनों की कमी को उत्पन्न कर दिया है। इसके साथ-साथ, जनसंख्या वृद्धि, उत्तर भारत के लोगों के साथ भाषाई और सांस्कृतिक अंतर और राजनीतिक विभाजन इस क्षेत्र की समस्याओं में शामिल हैं। फिर भी, दक्षिण भारत अपनी विशाल विविधता के कारण देश के उत्तर भाग से अलग होता है। इस संक्षेप में, दक्षिण भारत के लाभ और हानि एक ऐसे समाज के विकास को दर्शाते हैं, जो विश्वास के आधार पर नई उड़ान भर रहा है।