स्कूलों के दुबारा सुरक्षित रूप कोविड 19 -19 वैक्सीन ले कोरोना की तीसरी लिए ।।
కోవిషీల్డ్ వ్యాక్సిన్ మోతాదు గ్యాప్ వార్తలు: कोविशील्ड के डोज का -16 12-16 हफ्ते क्यों किया, सरकार ने समझाई वजह
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- कई टीचर्स और स्टूडेंट्स कोरोना की
- वायरस के कई बाद अभी तक बच्चों
- पेरेंट्स के लगाने के बाद बच्चों लिए वायरस संक्रमण का खतरा कम
नई
आदि पिछली बार क्लास 5 के फाइनल स्कूल 6 पढ़ाई लैपटॉप स्क्रीन के ही पूरी हो वह 7 है लेकिन इस गर्मियों टीचर्स की तो जान भी जा चुकी है ऐसा कब तक? सिर्फ, लिखने और सवाल के लिए नहीं स्कूल में बच्चे एक समय बिताते हैं और ।
बच्चों पर असर
ये सभी स्किल्स बच्चे एक लेकिन यह दूसरा चल रहा, देश में अरेस्ट स्थिति से निकलने एक सबसे तरीका अच्छी बात है कि के इतने अटलांटिक में के अनुसार देश सिर्फ सिर्फ 0.008% बच्चों को ही कोरोना उदाहरण के लिए 500 12500 को कोरोना हुआ सिर्फ सिर्फ 1 को अस्पताल में एडमिट एक्सपर्ट का कहना इसका खतरा फ्लू के।
కరోనా వ్యాక్సిన్ FAQ: ‘कोरोना वैक्सीन की ((((‘
पेरेंट्स को लगेगी वैक्सीन तो कम
देश में की कमी को कई सेंटर बंद करने पड़े ऐसे 18+ एज ग्रुप के लिए वैक्सीन की पेरेंट्स को दी में बच्चे से स्कूल में कोरोना वायरस संक्रमण में हम फिर सुरक्षित रूप से स्कूलों को अमेरिका में इसी -15 12-15 के बच्चों के अटलांटिक के इसी हॉग, वैज्ञानिकों का कहना है व्यस्कों को वैक्सीन लगाकर
భారతదేశంలో స్పుత్నిక్ వి వ్యాక్సిన్: अगले हफ्ते जाएगी रूस की कोरोना स्पूतनिक सरकार, सरकार ने किया ऐलान
व्यस्कों से संक्रमण
इजरायल और यूके में वायरस देशों ने आधे साइंटिस्टों का कहना अमेरिका में कोरोना का 70 फीसदी संक्रमण -4 -4 20-49 एज ग्रुप वाले ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि एक व्यस्क एक से कोरोना संक्रमण उतना नहीं फैलता ऐसे में स्कूल खुलने बच्चों के आपस में
700 से 1500 रुपये तक, भारत के (वैक्सीन?
तीसरी लहर खतरा
साइंटिस्टों का कहना है कोरोना बार वायरस किसी नए रूप में जिसमें ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट अनुसार -17 -17 14-17 वाले अमेरिका में पहले ही संख्या में आबादी एनपीआर के अनुसार कुल मामलों में 22 संक्रमण में साल ऐसे में इनकी संख्या 3 परसेंट थी
बच्चों के लिए ICU बेड की करना मुश्किल मुश्किल
कोरोना की तीसरी लहर कार्डिएक सर्जन देवी टाइम्स ऑफ इंडिया के 5 5 में में 12 साल से के के 16.5 बच्चे यदि एक हजार बच्चा भी गंभीर रूप से लिए लिए लिए 2000 आईसीयू बेड्स पाएंगे? इसके अलावा बच्चों तरह से नर्स की को खिलाने के पेरेंट्स का होना बहुत जरूरी इसके अलावा ऑक्सिजन स्क आदि की देखभाल लिए भी हर समय
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హిందీ వార్తలు నవరత్ టైమ్స్, టిఐఎల్ నెట్వర్క్ నుండి