57 पर ढेर UAE, 4.3 ओवर में काम तमाम—भारत ने खुले अंदाज में खाता खोला
Asia Cup 2025 की सबसे जोरदार शुरुआत की उम्मीद भारत से थी और दुबई ने वही देखा। मेजबान UAE 17.4 ओवर में महज 57 पर सिमट गया और जवाब में भारत ने 4.3 ओवर में 60/1 बनाकर 9 विकेट से मैच खत्म कर दिया। कुल 106 गेंदों में पूरी कहानी खत्म—टी20आई के सबसे छोटे 93 गेंदों वाले ऑल-आउट innings से भी बस 13 गेंद ज्यादा।
सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। पिच पर बालू जैसे दरारें थीं, ऊपर हल्का-सा हरा, और हवा में नमी—गेंद तेज भी घूम रही थी और स्पिन भी पकड़ रही थी। प्लान साफ था: नई गेंद से लंबाई मिलते ही पेस अटैक दबाव बनाए और बीच ओवरों में स्पिन जकड़ ले। यही हुआ।
कुलदीप यादव ने स्पेल की पहली ही ओवरों में रफ्तार पकड़ी। उनके 4/7 में एक ऐसा ओवर भी रहा जिसमें तीन विकेट गिरे। गुगली और स्लोअर-लेगब्रेक की जोड़ी ने UAE के मिडल-ऑर्डर को जकड़ लिया। 10 ओवर में UAE 50/5 पर था, और उसके बाद तो गिरावट टूट ही गई।
शिवम दूबे ने तीन चटकाए और बीच-बीच में हार्ड-लेंथ से बैटरों को शॉट खेलने पर मजबूर किया। जसप्रीत बुमराह और वरुण चक्रवर्ती ने दबाव बनाने का काम किया—डॉट बॉल्स, टॉप पर फील्ड सेट और लगातार सही लाइन-लेंथ। कुल मिलाकर UAE की पारी में एक भी पार्टनरशिप 20 के पार नहीं गई।
57 का पीछा करना औपचारिकता थी। अभिषेक शर्मा ने शुरू से ही टेम्पो ऊपर रखा—कवर और मिडविकेट के बीच ताकतवर स्ट्रोक, 16 गेंद में 30। जुवेनाइल फुल-लेंथ को उन्होंने बिना समय गंवाए बाउंड्री में बदला। वे जुआनिद सिद्दीक की गेंद पर आउट हुए, लेकिन काम हो चुका था। दूसरी ओर उप-कप्तान शुबमन गिल 20* पर टिके रहे और बैक-फुट पंच से विजयी रन जड़े। स्कोरबोर्ड 4.3 ओवर पर 60/1 बोल रहा था।
रणनीति, असर और आगे की राह
यह जीत सिर्फ बड़े अंतर की नहीं, भारत की योजनाओं की साफ तस्वीर भी है। सूर्या ने टॉस पर ओवरकास्ट-लाइट्स और संभावित ओस को ध्यान में रखकर गेंदबाजी चुनी—चेस आसान, स्पिन/सीम दोनों को मदद, और नेट रन रेट का बोनस। शुरुआती ओवरों में बुमराह-அर्शदीप की जोड़ी ने टॉप पर शॉट-मेキング रोका, फिर कुलदीप-वरुण की स्पिन-वेब ने मैच का रुख तय कर दिया।
कुलदीप की 4/7 इकॉनमी और स्ट्राइक, दोनों लिहाज से दबदबा दिखाती है। यह उनके सबसे मितव्ययी अंतरराष्ट्रीय स्पेल्स में शुमार है। UAE के बैटर फुल-लेंथ गुगली पढ़ ही नहीं पाए। दूबे का रोल असल में ‘एन्फोर्सर’ जैसा था—हार्ड लेंथ, मिड-इन पर फील्ड, और मिस-हिट्स को कैश करना।
UAE के लिए मुश्किलें शुरुआत से थीं। कैप्टन मुहम्मद वसीम की शुरुआती विकेट गिरते ही मिडल-ऑर्डर दबाव में आ गया। सिंगल-डबल की रफ्तार नहीं बढ़ पाई, स्ट्राइक-रोटेशन रुका, और बाउंड्री खोजने के लिए रिस्क बढ़े—नतीजा: क्लस्टर में विकेट।
भारत की बल्लेबाजी में संदेश भी साफ था—छोटे लक्ष्य पर भी रूढ़ नहीं होना। अभिषेक के पावरप्ले अटैक से नेट रन रेट पर सीधी बढ़त मिलती है। गिल का एंकर रोल इस स्क्वाड के बैलेंस के लिए जरूरी है, क्योंकि आगे बड़े मैचों में यही संयम काम आता है।
ग्रुप ए तस्वीर? भारत, पाकिस्तान और ओमान के साथ UAE। यह 9 विकेट की जीत भारत को टेबल टॉप पर ले जाती है और NRR को बड़ा बूस्ट देती है। अगला मैच पाकिस्तान से—वहीं असली परीक्षा है, क्योंकि वहां पावरप्ले में शाहीन-रऊफ/नसीम जैसे पेसरों के खिलाफ यही आक्रामक लेकिन सटीक एप्रोच काम आएगी।
मैच के कुछ बड़े पल—
- कुलदीप का ‘तीन विकेट वाला’ ओवर: मिडल पर सीधे वार, UAE 10 ओवर में 50/5।
- दूबे की हार्ड-लेंथ स्ट्रिंग: बैटरों की छेड़छाड़ वाले शॉट्स सीधे फील्डरों तक।
- भारत का चेस टेम्पो: 30 रन पावरप्ले में, जोखिम सीमित, स्ट्राइक-रोटेशन स्मूद।
- पूरी रात सिर्फ 106 गेंदों में खेल खत्म—दुबई में वन-साइडेड परफॉर्मेंस।
इंडिया की प्लेइंग इलेवन: शुबमन गिल (उप-कप्तान), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, कप्तान सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, विकेटकीपर जितेश शर्मा, शिवम दूबे, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, वरुण चक्रवर्ती।
UAE की इलेवन: कप्तान मुहम्मद वसीम, अलीशान शराफू, मुहम्मद ज़ोहेब, विकेटकीपर राहुल चोपड़ा, आसिफ खान, हर्षित कौशिक, मुहम्मद फ़ारूक, सगीर खान, हैदर अली, जुआनिद सिद्दीक, मुहम्मद जवादुल्लाह।
इतिहास की बात भी साफ है—भारत एशिया कप की सबसे सफल टीम है, आठ खिताब के साथ। और यह मैच उसी प्रतिष्ठा का विस्तार था। विपक्ष कोई भी हो, स्टैंडर्ड वही—बॉलिंग से दबोचो, बैटिंग से खत्म करो। पाकिस्तान के खिलाफ अगले मुकाबले में यही टेंपो और एग्ज़ीक्यूशन सबसे बड़ा फैक्टर होगा।