मैच का सारांश
दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बांग्लादेश के अंतरिम कप्तान जेकर अली ने टॉस जीतकर पहले फ़ील्ड करने का विकल्प चुना। यह फैसला बाद में उल्टा साबित हुआ क्योंकि भारत ने 20 ओवर में 168/6 का लक्ष्य स्थापित किया। भारत का डिस्प्ले कई दौरों में खिंचा-तान किया, पर शुरुआती ओपनर साझेदारी ने टीम को अच्छी नींव दी।
ओपनर अभिषेक शर्मा ने 37 गेंदों में 75 रन बनाकर टीम का प्रमुख स्कोरर बन गया। उनके हमलों में पाँच छक्के और छह चौके शामिल थे, जो दर्शकों को रोमांचित कर गए। शुंभन गिल ने 29 रन जोड़े, जिससे दोनों ओपनर मिलकर 77 रन की तेज़ साझेदारी बना पाए। इस दौरान बांग्लादेश की बॉलिंग को निराशा ने घेर लिया, खासकर शुरुआती ओवरों में गति नियंत्रण खराब रहा।
भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने केवल 5 रन बनाए और विकेट-कीपर की पकड़ में बाहर हो गए, पर उनका आउट होने के बाद भी डि.आर.एस. के सफल प्रयोग ने बांग्लादेश को थोड़ा राहत दी। मध्य क्रम में शिवाम दुबे और तिलक वर्मा ने अपेक्षा पूरी नहीं कर पाए। फिर भी हार्दिक पंड्या ने 29 गेंदों में 38 रन जोड़े, जिससे भारत ने 150 रनों का अहम माइलस्टोन पार किया और लक्ष्य पहुँचाने के लिए आत्मविश्वास मिला।
बांग्लादेश की गेंदबाजी में बाएँ हाथ के स्पिनर नासूम अहमद ने प्रमुख भूमिका निभाई। उनके साथ अन्य स्पिनर्स ने भी अच्छे लाइन‑और‑लेंथ दिखाया, जिससे भारत के विकेट-टेकिंग में बाधा नहीं आयी। डेड ओवर में उन्होंने कुछ चौके रोकने में सफलता पाई, जिससे भारत की स्कोरिंग गति 180‑185 की संभावित सीमा तक नहीं पहुँच पाई।
जब बांग्लादेश ने जवाबी पारी शुरू की, तो शुरुआती ओवरों में ही घाव में आ गये। सैफ़ हसन ने 51 गेंदों में 69 रन बनाकर टीम का एकमात्र आशा बन कर उभरे, पर बाकी batsmen को गति नहीं बना पाई। केवल एक और खिलाड़ी ने दो अंक से ऊपर का स्कोर किया, जबकि शेष wickets लगातार गिरते गये। अंत में बांग्लादेश ने 127 पर ही अपने पायरे को खो दिया।
भारतीय बॉलिंग में कुलेडिप यादव ने 3/18 की शानदार पारिश्रमिक के साथ मैच जीतने में प्रमुख भूमिका निभाई। वरुण चक्रवर्ती और गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने प्रत्येक दो विकेट लीं, जिससे बांग्लादेश का सख्त प्रतिरोध टूट गया। स्पिनर्स ने मध्य ओवरों में दबाव बना रखा, जिससे बांग्लादेशियों को कोई भी ठोस साझेदारी बनाने का मौका नहीं मिला।

टूर्नामेंट पर असर और आगामी मुकाबला
यह जीत भारत को Asia Cup 2025 के फाइनल में निश्चित जगह दिला गई, जहाँ उन्हें 28 सितंबर को भारत‑पाकिस्तान के संभावित फ़ाइनल टकराव का सामना करना होगा। इस जीत के साथ श्रीलंका टीम भी टूर्नामेंट से बाहर हो गई, जबकि बांग्लादेश को जीत के लिए अब पाकिस्तान को हराना पड़ेगा।
कैप्टन सूर्यकुमार यादव ने जीत के बाद कहा कि टीम अभी अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर नहीं पहुंची है, लगभग 70‑80% क्षमता के साथ खेल रही है। यह बयान दर्शाता है कि टीम को अभी भी सुधार की गुंजाइश है, खासकर दबाव वाले मोमेंट में निर्णय लेने की क्षमता पर।
बांग्लादेश के कोचिंग स्टाफ ने भी मैच के बाद बताया कि टीम ने कुछ सकारात्मक संकेत दिखाए हैं, खासकर Saif Hassan की innings में। लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि टॉस के बाद फील्ड चुनना शायद उल्टा साबित हुआ, क्योंकि एक मजबूत टार्गेट का पीछा करने के बजाय उन्हें रिसर्च और बॉलिंग प्लान पर अधिक ध्यान देना चाहिए था।
- भारत ने 168/6 बनाकर लक्ष्य तय किया, जिसमें अभिषेक शर्मा 75 (37) और हार्दिक पंड्या 38 (29) प्रमुख रहे।
- बांग्लादेश 127 पर सभी आउट, Saif Hassan 69 (51) के साथ एकमात्र बड़ी स्कोरर।
- भारतीय बॉलिंग: कुलेडिप यादव 3/18, वरुण चक्रवर्ती 2/??, जसप्रीत बुमराह 2/?? (विज़ुअल फ़ॉर्मेट में आंकड़े नहीं दिए गए)।
- फाइनल में भारत का विरोधी तय नहीं, लेकिन बांग्लादेश‑पाकिस्तान का सामना जीतने पर फाइनल में भारत का सामना होगा।
इस प्रकार, Asia Cup 2025 में भारत ने अपनी जीत की लकीर को और स्पष्ट किया, जबकि बांग्लादेश को अभी भी अपने सफर को जारी रखने के लिए एक बड़ा चुनौती का सामना करना पड़ेगा।