శశి మిశ్రా | टाइम्स न्यूज नेटवर्क | నవీకరించబడింది: 08 జూన్ 2021, 03:19:00 PM
मुख्य वन्यजीव वार्डन से वह ज्यादातर बांग्लादेश के रहा है इस बाघ को बशीरहाट के तहत सामने, हरिनभंगा जंगल से।।
बाघ
पश्चिम बंगाल के वन विभाग ने का उद्देश्य इसके यह बाघ चार महीनों 100 किमी की यात्रा बांग्लादेश के मैंग्रोव हिस्से में देखा बाघ के वहां पहुंचने अधिकारी हैरान हैं।
वन विभाग के अधिकारियों दौरान, बाघ ने कुछ नदिया एक एक से भी अधिक चौड़ी ।
28 दिसंबर को
मुख्य वन्यजीव वार्डन के से वह ज्यादातर बांग्लादेश के रहा है इस बाघ को बशीरहाट के तहत हरिनभंगा, हरिनभंगा जंगल से बाद 28 को सेटेलाइट कॉलर के साथ इसे ।
ज्यादातर बांग्लादेश में ही
भारत की ओर उसके कुछ दिनों इसने बांग्लादेश सुंदरबन में इस दौरान बाघ ने, बोरो हरिखली और ।
रिहायशी इलाके में नहीं
अधिकारियों ने कि 28 दिसंबर से 11 मई तक चार जब तक रेडियो कॉलर सिग्नल देना इस दौरन वह रिहायशी में भी नहीं।
इस के तहत किया गया था रेडियो कॉलर
अधिकारियों ने बताया डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया इसका उद्देश्य था सुंदरबन में और उन्होंने बताया कि 11 मई को बाघ की अंतिम लोकेशन
जनवरी 2017 में एक बाघिन 24 साउथ 24 -24 गया था इसने भी चार महीने लगभग 100 किलोमीटर की यात्रा की ।
11 मई के बाद इसलिए नहीं मिल रही लोकेशन
यह पूछे क्या 11 मई के सिग्नल देना बंद कर दिया, तो क्या बाघ? ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ में एक सेंसर भी लगा बाघ की होती है तो उन लोगों को अधिकारियों ने कहा सकता
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