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30 हजार सैनिक, 200 फाइटर जेट तैयार… रूस की घेरेबंदी में जुट गया NATO

NATO Cold Response War Games On Russia Border: यूक्रेन में जंग के बीच नाटो ने उत्‍तरी यूरोप में रूस को सख्‍त देते हुए नार्वे में जोरदार सैन्‍य अभ्‍यास शुरू किया है। इस अभ्‍यास में अमेरिका समेत 29 देशों के 30 हजार सैनिक हिस्‍सा ले रहे हैं। इसके अलावा एक एयरक्राफ्ट कैरियर और एक परमाणु सबमरीन भी इसमें हिस्‍सा ले रही है।

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नार्वे पहुंचे अमेरिकी सैनिक कर रहे जोरदार अभ्‍यास

हाइलाइट्स

  • यूक्रेन में चल रही भीषण जंग के बीच नाटो ने रूस की सीमा के पास नार्वे में अभ्‍यास शुरू किया है
  • इस सैन्‍य अभ्‍यास में 30 हजार सैनिक, 50 जंगी जहाज और 200 फाइटर जेट हिस्‍सा ले रहे हैं
  • नाटो ने नार्वे में एक एयरक्राफ्ट कैरियर, डेस्‍ट्रायर जहाज और परमाणु अटैक सबमरीन को भेजा है
ओस्‍लो

यूक्रेन में चल रही भीषण जंग के बीच उत्‍तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) ने रूस की सीमा के पास नार्वे में जोरदार शक्ति प्रदर्शन शुरू किया है। इस सैन्‍य अभ्‍यास में 30 हजार सैनिक, 50 जंगी जहाज और 200 फाइटर जेट हिस्‍सा ले रहे हैं। नाटो ने नार्वे में एक एयरक्राफ्ट कैरियर, एक डेस्‍ट्रायर जहाज और एक परमाणु ऊर्जा चालित अटैक सबमरीन को भेजा है। माना जा रहा है कि इस सैन्‍य अभ्‍यास के जरिए नाटो यूक्रेन में कहर बरपा रही रूसी सेना को उत्‍तरी यूरोप के मोर्चे पर सख्‍त संदेश देने की तैयारी कर रही है।

ये 30 हजार सैनिक 28 यूरोपीय देशों और अमेरिका के हैं। यह अभ्‍यास सोमवार को शुरू हो गया है और अगले एक महीने तक चलेगा। इस अभ्‍यास के महत्‍व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नार्वे की 200 किमी जमीनी सीमा रूस से लगती है। इस अभ्‍यास को ‘कोल्‍ड रिस्‍पांस’ नाम दिया गया है। यह अभ्‍यास रूस की सीमा से मात्र कुछ सौ किलोमीटर की दूरी पर हो रहा है। अभ्‍यास के दौरान ये सैनिक नार्वे के समुद्र तटीय इलाके में जंगी जहाज से उतर छापा मारने का अभ्‍यास करेंगे।

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‘यूरोप के उत्‍तरी तट को आधुनिक दुश्‍मन से रक्षा करेगी’

इस अभ्‍यास के दौरान एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्‍स भी हिस्‍सा लेगा और उसके साथ फ्रिगेट एचएमएस रिचमंड समेत कई घातक जंगी जहाज हिस्‍सा ले रहे हैं। इस अभ्‍यास का उद्देश्‍य यह दिखाना है कि कैसे एक एकीकृत बहुपक्षीय सेना नार्वे और यूरोप के उत्‍तरी तट को आधुनिक दुश्‍मन से रक्षा करेगी। ब्रिटेन का इस अभ्‍यास में हिस्‍सा लेना यह दर्शाता है कि वह यूरोप की सुरक्षा और नाटो सहयोगियों के साथ मजबूत रिश्‍तों के लिए प्रतिबद्ध है।

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रूस की सीमा के पास नाटो कर रहा है अभ्‍यास


ब्रिटेन के कमांडो फोर्स के प्रभारी ब्रिगेडियर रिच कांट्रिल ने कहा क‍ि नाटो को एक गठबंधन के रूप में सभी तरह के पर्यावरण में हर चीज के लिए तैयार रहना चाहिए। यह हमारे लिए जरूरी है कि हम नार्वे की मदद करें और यही वजह है कि हम आर्कटिक में अक्‍सर अभ्‍यास करते रहते हैं। समुद्री कार्रवाई के साथ- साथ इस अभ्‍यास के दौरान हवाई अभियान को भी किया जाएगा। इस बीच नाटो ने दावा किया है कि सैन्‍य अभ्‍यास का रूस के यूक्रेन में अवैध आक्रमण से कोई संबंध नहीं है।

गलतफहमी से बचने के लिए रूस को यह सूचना दी: नाटो

नाटो ने कहा कि इस अभ्‍यास की योजना कथित रूप से युद्ध अपराधी व्‍लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर हमले के आदेश से पहले ही बना ली गई थी। रूस को इस अभ्‍यास में पर्यवेक्षक का दर्जा दिए जाने के प्रस्‍ताव को खारिज कर दिया है। नार्वे की सेना ने कहा है कि उसने रूस की सेना और रक्षा मंत्रालय को पूरी सूचना दे दी है। नार्वे ने कहा क‍ि गलतफहमी पैदा होने से बचने के लिए उसने रूस को यह सूचना दी है। यह अभ्‍यास हर साल होता है और अप्रैल में खत्‍म होता है।

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Web Title : nato masses 30000 troops and 50 warships for huge war games on russia border norway amid ukraine war

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